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अमरीका से अलग होने के मूड में कैलिफोर्निया

ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमरीका में शुरू हुये मन्थन ने एक नया आयाम ग्रहण कर लिया है । अमरीका के एक प्रमुख राज्य कैलिफोर्निया में संयुक्त राज्य अमरीका -यूएसए- से अलग "स्वतन्त्र" होने का अभियान छेड़ दिया है।

इंटरनेशनल डैस्क
 
न्यूयार्क । ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमरीका में शुरू हुये मन्थन ने एक नया आयाम ग्रहण कर लिया है । अमरीका के एक प्रमुख राज्य कैलिफोर्निया में संयुक्त राज्य अमरीका -यूएसए- से अलग "स्वतन्त्र" होने का अभियान छेड़ दिया है।
इस साल की शुरुआत में या कहें कि डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनते ही प्रवासियों, युद्ध विरोध, नागरिक अधिकारों, नारीवादी और पर्यावरणीय मुद्दों पर लडऩे वाले अनेक संगठनों ने इक_ा होकर कैलिफोर्निया की आजादी के लिये गठबंधन (कैलिफोर्निया फ्रीडम कोलीशन) बनाया और यूएसए से अलग होने की मुहिम छेड़ दी। उनके जलूसों और आंदोलनों को एक बड़ी सफलता तब मिली जब जुलाई में उन्हें अपनी मांग को अगले चरण में पहुंचाने-मतदाताओं का लिखित समर्थन जुटाने - की प्रक्रिया आरम्भ करने की इजाजत मिल गयी। अब यदि यह गठबंधन  5,85, 407 मतदाताओं के हस्ताक्षर इक_ा कर लेता है तो नवम्बर 2018 के चुनावों में "कैलिफोर्निया का भविष्य : आजादी का रास्ता" प्रस्ताव मतपत्र पर होगा। इस वोट में हां अधिक होने के बाद सीधे अलगाव नहीं होगा, मगर इसे संविधान के उस हिस्से से मुक्ति मिल जायेगी जिसमे इसे यूएसए का अविभाज्य अंग बताया गया है। उसके बाद यह अधिकतम स्वायत्तता से लेकर पूर्ण स्वतन्त्रता तक हासिल करने की और बढ़ सकता है।
 
कुल 50 राज्यो से मिलकर बने अमरीका के संघीय कानून में किसी भी राज्य -स्टेट- को संयुक्त राज्य अमरीका से अलग होने की स्वतन्त्रता है। संविधान में इसकी एक निर्धारित प्रक्रिया है। व्हाइट हाउस के कर्मचारियों में किसी भारतवंशी को पाकर फूल के कुप्पा हो जाने वालों के लिए यह खबर गौरतलब है कि 5 लाख भारतीयों की आबादी वाले  कैलिफोर्निया की "आजादी" की लड़ाई की कमान संभालने वाली सीएफसी के चार शीर्ष नेताओं में भी एक दक्षिण भारतीय शंकर सिंगम शामिल है।
 
अपनी बनावट के हिसाब से यह अमरीका का सबसे अधिक विविधताओं वाला राज्य है। आमदनी के हिसाब से भी यह प्रमुख राज्यों में से एक है। अंग्रेजी और पाश्चात्य फिल्मों का मक्का कहा जाने वाला हॉलीवुड यहीं है। इसकी आबादी का 27 प्रतिशत विदेश में पैदा हुये नागरिकों का है। इस बहुराष्ट्रीय सामाजिक बुनावट का असर इसके सोच में भी परिलक्षित होता है । नस्लवाद और संकीर्णता का विरोध इसकी पहचानों में से एक है । हाल के राष्ट्रपति चुनावों में कैलिफोर्निया ने ट्रम्प को निर्णायक रूप से हराया था। हिलेरी क्लिंटन लोकप्रिय वोटों में 43 लाख 70 हजार वोट से जीती थीं, जिनका अधिकाँश भाग इसी कैलिफोर्निया से आया था ।
 
विश्व डिजिटल अर्थव्यवस्था के केंद्र कैलिफोर्निया की स्वतन्त्रता की  मांग नयी नहीं हैं । 2014 में 20 प्रतिशत आजादी के पक्ष में थे। ट्रम्प के जीतने के बाद यह संख्या 32प्रतिशत हो गयी। अमरीका की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य कैलिफोर्निया की शिकायत एक नहीं कई हैं। 
 
इसकी आमदनी इतनी है कि यदि यह अलग देश बन जाये तो यह आय के मामले में दुनिया का छठवां देश होगा। इसका मानना है कि संघीय सरकार उसके साथ दुभांत करती है। यूं भी कैलिफोर्निया प्रशासन संघीय सरकार और ट्रम्प की नीतियों से खुद को अलग रखता रहा है। ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद यहां के डेमोक्रेटिक गवर्नर ने ट्रम्प से कई मामलों पर भिड़ंत की और असहमति जताई । पेरिस के जलवायु समझौते को न मानने की ट्रम्प की नीति से खुद को अलग रखा, इसे जारी रखने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और पृथ्वी को बचाने के लिए अगली साल दुनिया भर का एक शिखर सम्मेलन बुलाने का एलान भी कर दिया?

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