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वामपंथी-समाजवादी दलो ने मनाया संविधान बचाओ-धर्म निरपेक्षता दिवस

इन्दौर में 6 दिसम्बर 2018 को डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस और बाबरी मस्जिद ध्वंस की बरसी पर वामपंथी एवं समाजवादी दलों द्वारा "संविधान बचाओ-धर्म निरपेक्षता" दिवस के रूप में मनाया गया।

इन्दौर। 6 दिसम्बर 2018 को डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस और बाबरी मस्जिद ध्वंस की बरसी पर वामपंथी एवं समाजवादी दलों द्वारा "संविधान बचाओ-धर्म निरपेक्षता" दिवस के रूप में मनाया गया।

इस अवसर पर सुबह 10 बजे गीता भवन चौराहा स्थित अम्बेडकर प्रतिमास्थल पर माल्यापर्ण किया गया। शाम को मालवा मिल चौराहे पर सभा के माध्यम से संविधान एवं धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करने का संकल्प लिया गया। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार संविधान को मनुवाद से बदल देने की मंशा से संवैधानिक परम्पराओं, संस्थाओं, न्यायपालिका, सूचना आयोग, सतर्कता आयोग, रिजर्व बैंक सभी को ध्वस्त कर रही हैं। एक तरफ केरल सरकार सबरीमला में महिलाओं के प्रवेश पर अदालत के आदेश का पालन कर संविधानिक उत्तरदायित्व का निर्वाह कर रही है तो दुसरी तरफ कैंद्र में सत्ताधारी भाजपा केरल में कानून के काम में व्यवधान डाल न केवल संविधान का मखौल उडा रही है बल्कि मनुवाद आधारित हिंदुराष्ट्र स्थापित करने के मंसूबे से महिलाओं-दलितों को कानून के तहत मिले अधिकारों का भी अतिक्रमण कर रही है। आर.एस.एस. एवं अन्य दक्षिणपंथी ताकते भीड़ हत्या, साम्प्रदायिक हिंसा और नफरत की राजनीति पर देश को आगे बढाकर तानाशाही का राज बनाने पर तुले हैं। वक्ताओं ने बुलन्दशहर में एक ईमानदार व इंसानियत परस्त पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की फासीवादी तत्वों द्वारा की गयी हत्या की निंदा की।

समाजवादी नेता एवं पूर्व सांसद कल्याण जैन ने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के सबसे नासमझ प्रधानमंत्री है जो भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ देश-विदेश में बयानबाजी कर देश को शर्मसार कर रहे है। उन्होंने नोटबंदी के कदम को आडे हाथो लेते हुवे कहा कि दो लोगो की यह सरकार चंद देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है देश की जनता भाजपा को सबक सिखाने की तैयारी कर चुकी है। उन्होंने आगे कहा कि केवल वामपंथी एवं समाजवादी ताकते ही आमजन के हितों में काम करते आये है।

कल्याण जैन के भाषण के दौरान आर.एस.एस. से संबंद्ध असामाजिक तत्वों ने अपशब्द कहे एवं उन्हें बोलने से रोकने की कोशिशे की गयी। सभा में उपस्थित कार्यकर्ताओं को भी गंभीर परिणाम भुगतने के लिये तैयार रहने के लिये धमकाया गया। उपस्थित कार्यकर्ताओं, आसपास के दुकानदारों एवं पुलिसकर्मियों के हस्तक्षेप के बाद ही सभा की कार्यवाही पुनः शुरू की जा सकी।

सभा को मुख्य रूप से भाकपा के एस.के.दुबे, रूद्रपाल यादव, ओमप्रकाश खटके, सोहनलाल शिन्दे, सोशलिस्ट पार्टी के रामस्वरूप मंत्री, माकपा के अरूण चौहान, रामकृष्ण मिश्रा, सी.एल.सर्रावत, सुभाष शर्मा, परेश टोकेकर ने संबोधित किया। संचालन कैलाश लिम्बोदिया ने किया।

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