सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर जारी विरोध के बीच समाज में लैंगिक समानता कायम रखने और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की हिफाजत के लिए केरल में 50 लाख से अधिक महिलाओं ने कसारगोड़ के उत्तरी छोर से तिरुवनंतपुरम के दक्षिणी छोर तक 14 जिलों से होकर गुजरने वाले राजमार्गों पर 1 जनवरी 2019 को 620 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनार्इ। ऐतिहासिक 'वनिता मैथिल' या 'महिला दिवार' बनाये जाने के चंद घंटो में ही केरल के सबरीमाला में मंदिर में प्रतिबंधित उम्र की 2 महिलाओं ने प्रवेश कर इतिहास रच दिया वे बुधवार सुबह सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर में पूजा करने में कामयाब रहीं।
CM Pinarayi Vijayan warmly congratulates all who made Kerala's #WomensWall a great success. The 620 KM long gathering, organized to uphold the values of Kerala Renaissance, saw huge participation of women from all walks of life. This is a momentous occasion in our social life. pic.twitter.com/DiJlgzgSUO
— CMO Kerala (@CMOKerala) January 1, 2019
मल्लपुरम की कनकदुर्गा और कोझीकोड की बिंदू नामक दो महिलाओं ने 2 जनवरी 2019 सुबह 3.45 बजे मंदिर में प्रवेश किया और प्रार्थना की। उनके साथ पुलिसकर्मी भी थे। इन दोनो महिलाओं ने 18 दिसंबर 2018 को भी सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने का प्रयास किया था, जो दक्षिणपंथी हिन्दू संगठनो के भारी विरोध के चलते असफल रहा था।
सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर 2018 को सभी आयु वर्ग की महिलाओं को पुराने प्रतिबंध को हटाते हुए मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी थी। सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू करने के पिनराई विजयन नीत वाम मोर्चा सरकार के कदम का दक्षिणपंथी संगठन लगातार विरोध कर रहे है।
Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan: Today, two women entered #SabarimalaTemple. We had issued standing orders to police to provide all possible protection to any woman who wants to enter the temple. pic.twitter.com/GdfS2BEi6i
— ANI (@ANI) January 2, 2019
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बयान जारी कर दो महिलाओं के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश की पुष्टी की है। उन्होंने बताया कि पुलिस को मंदिर में प्रवेश करने की इच्छा रखने वाली किसी भी महिला को हर संभव सुरक्षा प्रदान करने के लिए स्थायी आदेश जारी किए थे।
The decision of the tantri to shut the Sabarimala temple for purification after two women entered the shrine is a violation of the Supreme Court verdict. A contempt of court action should be taken against him.
— KodiyeriBalakrishnan (@b_kodiyeri) January 2, 2019
महिलाओं के प्रवेश के बाद मंदिर के तंत्री (मुख्य पुजारी) ने शुद्धिकरण अनुष्ठान के लिए सबरीमाला मंदिर को बंद कर दिया हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के केरल राज्य सचिव कोडियारी बालकृष्णन ने मंदिर को बंद करने के तंत्री के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह अदालत की अवमानना है।
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