नारीवादी विचार सामने आते गयें। जो, स्त्री को 'वस्तु', भोग्या या दोयम नागरिक मानने से इंकार करने लगे।
Read Moreअखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC) ने, 16 मई को लॉक डाऊन सावधानियों का पालन करते हुए अपने घरों के आंगनों और छतों पर विरोध कार्यवाहियों का आव्हान किया है। इस आंदोलन में ग्रामीण समुदाय, किसानों व प्रवासी मजदूरों से जुड़ी मांगों पर पूरे देश में प्रदर्शन किये जाएंगे। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के मध्यप्रदेश चैप्टर के संयोजक तथा अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव बादल सरोज ने प्रदेश भर के सभी किसान संगठनो तथा समन्वय समिति के घटक संगठनों से इन विरोध कार्यवाहियों को सफल बनाने का आव्हान किया है।
Read Moreमध्यप्रदेश किसान सभा इस लूट के विरोध में 8 मई, शुक्रवार को मांग दिवस मनाएगी। इस रोज किसान, फिजिकल डिस्टेन्स और कोविद प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपने अपने घर, गाँव, खेत, पंचायत भवन पर सुबह नौ बजे से सवा नौ बजे तक इकट्ठा होकर - हाथ में पोस्टर्स लेकर मांग दिवस प्रदर्शन करेंगे।
Read Moreमध्यप्रदेश की एकल कैबिनेट ने बजाय खुद जाकर खरीदने के व्यापारियों को गाँव गाँव जाकर किसानो की फसल खरीदने की छूट दे दी है। इसका नतीजा यह कि सरसों जिसका घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य 4450 रुपये प्रति क्विंटल है 3600 से 3800 रूपये प्रति क्विंटल खरीदी जा रही है और गेंहू जिसका न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रूपये है उसे 1600 से 1650 रुपये लिया जा रहा है।
Read Moreसरकारी घोषणाएं कुछ भी हों, असलियत ये है कि अभी तक कहीं भी खरीदी शुरू नहीं हुई है फरवरी के तीसरे सप्ताह में सरसों की फसल आ गई थी। समर्थन मूल्य 4450 रुपए प्रति क्विंटल घोषित होने के बाद भी अभी तक कहीं कोई खरीदी की व्यवस्था नहीं है। मंडी बंद होने से किसान अपनी फसल का उपार्जन नहीं कर पा रहे है, जिसके चलते मजबूरी में किसानों को सरसों की फसल 3500...
Read Moreरायपुर "जंगल हमारा हम जंगल के इसे छोड़ेंगे नहीं" के नारे के साथ भूमि एवं वन अधिकार आंदोलन के आह्वान पर आज छत्तीसगढ़ किसान सभा और आदिवासी एकता महासभा के बैनर के नीचे सैकड़ों किसानों और आदिवासियों ने सूरजपुर, अंबिकापुर, रायगढ़ के जिला कार्यालयों और बिलासपुर जिले के गौरेला में एसडीएम कार्यालय पर धरना दिया तथा सुप्रीम कोर्ट से वनों से आदिवासियों को बेदखल करने के अपने आदेश को रद्द करने...
Read Moreदेश की सुरक्षा के लिए जान कुर्बान करने वालों के परिवारों के साथ न्याय करना नैतिकता का तकाजा है।
Read Moreदोनों युवाओं को टेलीविजन पर इतना अश्लील और अभद्र बोलने की हिम्मत किसने दी। बिकने वाले को ही दिखाने का सिद्धांत पालने वाले इस मीडिया ने ही इस तरह के कार्यक्रमों और उनमें पूछे जाने वाले सवालों को ईजाद किया है।
Read Moreऔरत के मन की गहराइयां इस पितृसत्तात्मक समाज के लिये हमेशा से बेहद अबूझ रही हैं। इस समाज ने ओैरत केा हमेशा अपनी उसी सोच के साथ ही देखने केी कोशिश की है।
Read Moreयह लेख पद्मावती पर नहीं है। न उस पद्मावती पर है, जो जायसी के मन में चित्तौड़ की महारानी थीं और न ही यह भंसाली की पद्मावती पर है। पद्मावती के जीवन और मृत्यु पर बड़ा विवाद छिड़ा हुआ है,
Read More© 2017 - ictsoft.in