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महिला के नागरिक अधिकारों और संविधान की रक्षा जरूरी

अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) द्वारा दिल्ली के मालवंकर में ‘‘ महिलाओं के नागरिक अधिकारों पर हमले के खिलाफ व संविधान बचाने’’ को लेकर सम्मेलन का आयोजन किया गया।


एडवा ने आयोजित किया सम्मेलन


नई दिल्ली। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) द्वारा  दिल्ली के मालवंकर में ‘‘ महिलाओं के नागरिक अधिकारों पर हमले के खिलाफ व संविधान बचाने’’ को लेकर सम्मेलन का आयोजन किया गया।
2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से नागरिकों के अधिकारों पर हो रहे हमलें और तेज हो गए है। दादरी से शुरू हुई यह मुहिम देश के कई राज्यों में सरकारों के संरक्षण में चलाई जा रही है। निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।

इस सम्मेलन में देश भर से ऐसे लोग भी शामिल है जो इस हत्यारी मुहिम में अपने परिजनों को खो बैठे है। सम्मेलन में जमस महासचिव मरियम धवले ने प्रस्ताव पेश किया। सम्मेलन को जमस नेत्री वृंदा कारात व सुभाषिणी अली ने भी संबोधित किया।

इस मौके पर अखलाक के परिवार से उनकी बेटी, जुनैद की मां, सहारनपुर जातीय दंगों के पीडि़त सहित देश भर में घटी इस प्रकार की घटनाओं के पीडि़तों ने भी भाग लिया। उनके परिजनों पर हुए हमले के बारे में सम्मेलन में बताया गया तो कई लोगों की आंखे नम हो गई। हमला इतना खौफनाक था जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।

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