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बैक टू बेसिक्स? चीनी नेतृत्व की शपथ

दुनिया भर की निगाहें चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की 19 वीं कांग्रेस की तरफ लगी हुयी थीं। हर पांचवीं साल होने वाली इस पार्टी कांग्रेस (महाधिवेशन) ने अपनी चीनी शैली में किस तरह के नए सूत्रीकरण दिए हैं ये आने वाले कई दिनों तक विश्लेषित किये जाते रहेंगे।

बीजिंग। दुनिया भर की निगाहें चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की 19 वीं कांग्रेस की तरफ लगी हुयी थीं। हर पांचवीं साल होने वाली इस पार्टी कांग्रेस (महाधिवेशन) ने अपनी चीनी शैली में किस तरह के नए सूत्रीकरण दिए हैं ये आने वाले कई दिनों तक विश्लेषित किये जाते रहेंगे। इन पर बाद में कभी लिखा जाएगा - किन्तु इस महाधिवेशन के ठीक बाद हुयी एक रस्म ने दुनिया भर के वाम को आकर्षित किया।  2050 तक चीन को विकसित समाजवादी देश में रूपांतरित कर देने के संकल्प को दोहराने के बाद महाधिवेशन की कार्यवाही के अंत में निर्वाचित महासचिव शी जिनपिंग ने पोलिट ब्यूरो की 6 सदस्यीय स्टैंडिंग कमेटी से सम्मेलन का परिचय कराया और सातों सदस्य वहीँ से जेट विमान में बैठकर शंघाई के लिए उड गए और सीधे आधुनिक चीन के सबसे महत्वपूर्ण स्थान पर पहुंचे जिसे  चीनी भाषा में जिस शब्द से पुकारा जाता है उसका अर्थ है "नया स्वर्ग और नयी पृथ्वी।" 
 
यह वह जगह है  जहां 1921 में माओ जे दोंग और 12 अन्य कामरेड्स ने पहली बार एक गोपनीय बैठक की थी।  कुल 57 पार्टी सदस्यों की नुमाइंदगी करने वाले इन प्रतिनिधियो की बैठक पर जब पुलिस का छापा पड़ा था तो वे जिस छोटी से नौका में फरार हुए थे, यहां उसे भी संभाल कर रखा गया है।  उसकी एक अनुकृति भी रखी गयी है। 
 
यहां पहुँचने के बाद जिनपिंग और बाकी 6 ने सामूहिक रूप से शपथ ली कि मैं अपनी इच्छा से कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हुआ हूँ .... पार्टी फैसलों को लागू करूंगा।  पार्टी अनुशासन का कड़ाई से पालन करूंगा। पार्टी की गोपनीयता की रक्षा करूंगा। पार्टी और जनता के हितों के लिए अपना सर्वस्व कुर्बान कर देने के लिए हमेशा तैयार रहूंगा।  पार्टी के साथ कभी विश्वासघात नहीं करूंगा। 
 
प्रतीकात्मकताओं के माध्यम से सन्देश देने वाले चीनी अंदाज के हिसाब से पार्टी स्थापना स्थल की यह "विजिट"और शपथग्रहण इसलिए अहमियत रखता है कि 2012 में 18 वी पार्टी कांग्रेस में महासचिव चुने जाने के बाद शी जिनपिंग आर्थिक सुधारों के केंद्र शेनजेन में गए थे और देंग शिआओ पेंग की मूर्ति पर फूल चढ़ाये थे। 

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