 
            भारत के धर्मनिरपेक्ष जनतंत्र पर लगे इस दाग को एक चौथार्इ सदी बीत चुकी है परंतु इस ध्वंसलीला के सूत्रधारों के खिलाफ आज तक कोर्इ कार्यवाही नहीं की गर्इ है। जिन लोगो ने खुलआम देश के संविधान और कानून की धज्जीया उडार्इ आज वही लोग देश की सत्ता पर काबिज है। भारत के जनतंत्र पर हो रहे हमलो और इस अन्याय को जनवादी और धर्मनिरपेक्ष ताकते कभी नहीं भूलेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिये लडते रहेंगे।
Read Moreचौथाई सदी पहले हुयी इस बर्बरता के निशाने पर क्या ये तीन गुम्बद और वह ढांचा भर था जिसे बाबरी मस्जिद कहा जाता था ? नहीं ।
Read More© 2017 - ictsoft.in